गुरुवार, 25 अगस्त 2016

अभी डीपीसी मुल वेतन 18750 की बात की जा रही है ! जबकि मिलेगा 16260+600=16860 . और कोर्ट मे जाने की बात हो रही है! भाइयो क्या आपको पता है अपना मुल वेतन डीपीसी के बाद 18750 से कही ज्यादा होना चाहिए ! . 16290 की विसंगति का एक और घातक परिणाम है ये डीपीसी . भाईयो आज 16290 मिलता तो 2011 वालो का मूल वेतन होता ! . 17810+ 540(1 increment)+600(grad pay difference)=18950 . मूल वेतन व न्युनतम से 200 रूपये अधिक ! . और ये भी याद रखे कि 18750 लैक्चरर को २ साल के परिवीक्षा काल के बाद मिलता है ! . मतलब अपना मूल वेतन . 20110 रूपये होता ! (21000 सैकंडरी एच एम ) . मतलब हम डीपीसी वाले 10 साल मे प्रिंसिपल के न्युनतम स्केल को भी पार कर जाऐंगे ! . ये मुंगेरीलाल के हसीन स्वप्न नहीं ! . कल मेरी (भैरूराम) की टीम कोर कमिटी ( वेतन विसंगति निवारक टीम ) से सकारात्मक आश्वासन लेकर आई है ! . सिर्फ 15 लोग गए वहां ! . फिर भी कोर कमिटी ने 15 दिन में इस पर निर्णय करने का बोला व सकारात्मक आश्वासन दिया ! . क्या 15 दिन मे ये भीङ 500-1000 तक नही हो सकती ! . वरना ये दंश ताउम्र आपको डसता रहेगा ! . अभी पे कमीशन तक सुधार लिया गया तो हम अपनी डीपीसी का अच्छा आनंद उठा पाऐंगे ! . डिसिजन आपके हाथ में है ! थोङा सा आक्रोश ! . तीन चार बार १३ दिसम्बर से धरने और ! . 16290 मुठ्ठी मे ! . कौन कौन तैयार है ! . लाईक ना करें ! . अपने मोबाइल नंबर सैण्ड करें ! . हां एक बात और जिनका सलैक्सन श्योर है वो भी अपना फिक्सेसन सीधे 18750 पर नही ! 21000 के आसपास करवाऐंगे ! .... 18750+ second grad k increments सौजन्य :- भैरूराम चौधरी (प्देशाध्यक्ष) सो उनका भी सहयोग अपेक्षित है ! कृपया नंबर सैण्ड करें ! क्योकि सरकार को हिलाना है व 16290 मूल वेतन पाकर डीपीसी मे 18750 न्युनतम बेसिक पाना है !


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